राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा गठित रामगढ़ बांध मॉनिटरिंग कमेटी का दूसरे दिन भी कैचमेंट एरिए के दौरे पर रही। कमेटी सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता वीरेंद्र डांगी ने दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक जमवारामगढ़ व विराटनगर उपखण्ड क्षेत्र में रामगढ़ बांध को भरने वाली मुख्य बाण गंगा नदी व उसके सहायक नदी नालों का जायजा लिया।
इससे पहले कमेटी सदस्य ने उपखण्ड मुख्यालय पर एसडीएम ललित मीणा से विचार विमर्श किया। इसके बाद दोपहर 12।54 बजे साउं सीरा गांव में रोड़ा नदी के उद्गम स्थल का निरीक्षण किया। यहां उद्गम स्थल पर बने करीब 30 फीट गहरे बांध की मनरेगा के तहत और ऊंचाई बढ़ाने पर नाराजगी जताई। कमेटी सदस्य ने मौके पर नक्शे की जांच की व पानी निकास के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए।
बहाव क्षेत्र में रसूखदारों के अतिक्रमण
इसके बाद कमेटी जमवारामगढ़ कस्बे के पास स्थित रोड़ा नदी पुलिया पहुंची। यहां अधिकारियों के साथ बहाव क्षेत्र का निरीक्षण कर जेसीबी से मिट्टी को सही करवाने के निर्देश दिए। वहीं रामगढ़ बांध के भराव क्षेत्र के पास भी मौका निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डूबे क्षेत्र में बने पक्के बाउंड्रीवाल को लेकर अधिकारियों से जानकारी ली।
जिस पर अधिकारियों ने 2018-2019 में भूमि का रेफरेंस बनाकर भिजवाने की बात कही। इस दौरान मेधराज सिंह पुरा गांव के बाशिंदों ने कमेटी सदस्य डांगी को शिकायत पत्र देते हुए बताया कि किसी रसूखदार ने बहाव क्षेत्र को मिट्टी डालकर प्रभावित कर दिया।