रायपुर।  शहर में इन दिनों जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरा लीगल वालिंटियर्स घूम घूम कर अभियान चला कर लोगों को कोरोना के संबंध में जागरूक कर रहे हैं। अभियान के दौरान पैरा लीगल वालिंटियर्स शहर के प्रमुख चौक चौराहों एवं भीड़ भरे स्थानों पर जाकर लोगों को कोरोना से सुरक्षा के उपाय बताकर , कोरोना वैक्सीन लगवाने और मास्क लगाकर रखने की समझाईश भी दे रहे हैं।



 जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायपुर के अध्यक्ष व जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अरविंद कुमार वर्मा के निर्देश पर प्राधिकरण द्वारा शहर में यह जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। रायपुर अब अनलॉक हो गया हैं साथ ही प्रशासन ने रविवार को भी  2 बजे तक दुकान खोलने  के निर्देश दिए हैं जिससे बड़ी संख्या में सार्वजनिक स्थानों पर लोग नजर आने लगे है।  और कोरोना सुरक्षा उपायों के प्रति लापरवाही की भी पूरी गुंजाईश हैं। जिसे ध्यान में  रखते हुये प्राधिकरण के अध्यक्ष ,जिला न्यायाधीश श्री अरविंद कुमार वर्मा ने यह जागरूकता अभियान चलाये जाने का निर्देश दिया, ताकि लोगों को कोरोना वायरस से सुरक्षित किया जा सके।


 जिला न्यायाधीश के निर्देश पर प्राधिकरण के सचिव श्री उमेश कुमार उपाध्याय ने शहर के विभिन्न भीड़ वाले स्थानों, बाजारों एवं व्यवासयिक केन्द्रो  का चयन किया और पैरा लीगल वालिंटियर्स की टीमें तैयार की गई। इस अभियान के लिये कोरोना जागरूकता संबंधी फ्लैक्स एवं पैम्फलेट तैयार कराये गये। पैरा लीगल वालिंटियर्स की ये टीमें सुबह से ही नियत स्थानों पर फ्लैक्स बैनर लगाकर, पैम्फलेट चिपकाकर, स्थानीय लोगों को जागरूक कर रही है। 

वैक्सीन लगवाने को भी प्रेरित कर रहे हैं, वालिंटियर्स 

 लिंटियर्स लोगों को कोरोना से बचाव के लिये वैक्सीनेशन कराने के लिये भी प्रेरित कर रहे हैं। पैरालीगल वालिंटियर्स, ऐसे लोगों को रोककर, समझाईश दे रहे हैं, जो मास्क नही लगा रहे है या ठीक से मास्क नही लगा रहे है और शारीरिक दूरी के नियम के प्रति लापरवाही कर रहे हैं।  वालिंटियर्स लोगों से वैक्सीन लगवाने के बारे में पूछ रहे हैं और जिन्होने वैक्सीन लगवाई है, उन्हे धन्यवाद कह रहे हैं और जिन्होने अब तक वैक्सीन नही लगवाई है, उन्हे वैक्सीन के फायदे और वैक्सीन को लेकर उनके मन के डर और अफवाहों को भी दूर करने में मदद कर रहे हैं। इस दौरान ऐसे कई लोग मिले, जो डर के कारण वैक्सीन नही लगवा रहे हैं, ऐसे लोगों को भी वालिंटियर्स ने समझाने की कोशिश की और उन्हें खुद का उदाहरण देकर समझाया कि उन्होने खुद वैक्सीन लगवाई है और उन्हे कोई परेशानी नहीं हुई, वे एक दम ठीक है और बिल्कुल सामान्य जीवन जी रहे हैं। 

प्राधिकरण द्वारा इस अभियान में ऐसे पैरालीगल वालिंटियर्स को चुना गया हैं, जिन्हें कोरोना की कोई न कोई वैक्सीन लग चुकी हैं, क्योकि ऐसे वालिंटियर्स, लोगों को अपने निजी अनुभव के आधार पर ज्यादा अच्छे से समझा पा रहे हैं।   

 लोग भी रख रहे हैं सावधानी

प्राधिकरण के सचिव उमेश उपाध्याय ने बताया कि वे इस अभियान में शामिल पैरालीगल वालिंटियर्स से प्रतिदिन की जानकारी ले रहे हैं और वालिंटियर्स का अभियान के संबंध में मार्गदर्शन कर रहे हैं। उन्होने बताया कि, वालिंटियर्स के अनुसार इस दूसरी लहर के बाद अधिकांश लोग ज्यादा सावधानी बरत रहे हैं और वालिंटियर्स की बातों को भी गंभीरता से ले रहे हैं। प्राधिकरण द्वारा तैयार किये पैम्फलेट को कई दुकानदारों ने स्वयं ही दुकानों और प्रतिष्ठानों में लगवाया। कई लोग अपने घर के बाहर भी इन पैम्फलेटस को लगवा रहे हैं। 

अभियान के दौरान टीम की एक दिव्यांग माता और उसके तीन बच्चों से मुलाकात हुई, उसने बताया कि वो स्वयं भी मास्क लगाती है और अपने तीनों बच्चों को भी बिना मास्क के बाहर नही जाने देती। उसने वालिंटियर्स से पूछा कि आगे वो अपने बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से कैसे सुरक्षित रखे। इस पर प्राधिकरण के वालिंटियर्स ने उसे कोरोना के सुरक्षा उपाय बताये तथा यह भी समझाया कि, जब तक बहुत आवश्यक न हो, तो छोटे बच्चों को घर से बाहर लेकर न निकले। 

प्राधिकरण के सचिव श्री उपाध्याय ने बताया कि, इस दौरान कुछ लोग ऐसे भी मिल रहे हैं, जो लापरवाही बरत  रहे हैं, कई दुकानों पर लोग शारीरिक दूरी के नियम का पालन नही कर रहे हैं, वहीं कई युवा बिना किसी काम के घूमते फिरते मिले ऐसे लोगों को वालिंटियर्स समझाने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों को एक जिम्मेदार नागरिक की तरह , कोरोना से लड़ाई में अपना योगदान देने के लिये प्रेरित कर रहे हैं। 

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