HighLights

  1. रायपुर के सिविल लाइन पुलिस थाने में मामला दर्ज।
  2. थाने के सामने सर्किट हाउस में बैठा था कारोबारी।
  3. साइबर ठग का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। साइबर ठग इतने बेखौफ हो गए हैं कि वाट्सऐप पर नेताओं और उच्चाधिकारी की डीपी का इस्तेमाल कर धोखाधड़ी करने की साजिश को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं। साइबर ठगी का ऐसा ही एक मामला रायपुर से सामने आया।

यहां के एक होटल कारोबारी से अज्ञात व्यक्ति ने वाट्सऐप पर ओएसडी की फोटो लगाकर एक लाख 54 हजार रुपये ठग लिए। ठग ने ओडिशा में भर्ती मरीज के बिल का भुगतान करने के लिए कहा। कारोबारी ने घबराहट में तत्काल उसके बताए बैंक खाते में पैसे जमा कर दिए। सिविल लाइन थाने में अज्ञात ठग के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। आरोपित का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।

साइबर ठग ने खुद को सीएम का ओएसडी बताया

जानकारी के अनुसार सर्किट हाउस के काॅफी हाउस में होटल कारोबारी तरनजीत सिंह को दो अलग-अलग नंबर से फोन आया। उसने खुद को ओएसडी बताया। उसने कहा कि ओडिशा के कालाहांडी में एक मरीज भर्ती है। उनका इलाज सरकार की ओर से कराया जा रहा है। उसका भुगतान नहीं हो पा रहा है।

उसको एक लाख 54 हजार रुपये भुगतान कर दो। यह सुनकर कारोबारी ने भी तत्काल उसके बताए यूपीआई में उतना पैसा भेज दिया। बाद में इसकी जानकारी लेने पर पता चला कि उस नंबर वाले कोई अधिकारी नहीं है और न ही किसी का इलाज कालाहांडी में किया जा रहा है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धारा के तहत अपराध दर्ज किया है।

वाट्सऐप पर लगाई ओएसडी की फोटो

जानकारी के अनुसार ठग ने ओएसडी के नाम के उपयोग के साथ वाट्सऐप प्रोफाइल भी लगा कर रखी थी। जिसकी वजह से कारोबारी को शक नहीं हुआ। आसानी से वह ठग के जाल में फंस गया।

 

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