भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना के नेतृत्व वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस मनमोहन को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने की सिफारिश की है। एक बयान में कॉलेजियम ने कहा है कि जस्टिस मनमोहन दिल्ली हाईकोर्ट में सबसे वरिष्ठ होने के अलावा हाईकोर्ट के न्यायाधीशों की संयुक्त अखिल भारतीय वरिष्ठता में क्रम संख्या दो पर हैं। जस्टिस मनमोहन को चुनते समय कॉलेजियम ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली हाईकोर्ट का केवल एक ही प्रतिनिधित्व है। सीजेआई संजीव खन्ना दिल्ली हाईकोर्ट से थे।
सर्वसम्मति से चुना गया जस्टिस मनमोहन का नाम
28 नवंबर को हुई बैठक में सर्वसम्मति से जस्टिस मनमोहन का नाम चुना गया। कॉलेजियम में भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना के अलावा सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठतम जज शामिल थे। 13 मार्च, 2008 को जस्टिस मनमोहन को दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। 29 सितंबर, 2024 से वह हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य कर रहे हैं। जस्टिस मनमोहन पूर्व केंद्रीय मंत्री और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे जगमोहन के बेटे हैं।
जस्टिस मनमोहन के बारे में जानिए
17 दिसंबर, 1962 को दिल्ली में जन्मे जस्टिस मनमोहन ने स्कूली शिक्षा मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड से की है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से इतिहास में बीए (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की और 1987 में कैंपस लॉ सेंटर, दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी पूरा किया और उसी वर्ष वकालत के पेशे से जुड़ गए।