रायपुर (अधिवक्ता वाणी) जिला न्यायालय रायपुर  कोविड 19  की दूसरी लहर के चपेट में आ गया है जिससे कई न्यायाधीश, अधिवक्ता व कर्मचारियों को कोरोना संक्रमित होने की खबरें आ रही है।जिसे देखते हुए अधिवक्ता संघ रायपुर व न्यायिक कर्मचारी संघ ने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय को  पत्र लिखकर नियमित न्यायालयीन कार्य स्थगित करने की मांग की है।

पत्र में बढ़ते कोरोना के मामलों के मद्देनजर न्यायालयीन कार्य स्थगित करने का निवेदन किया गया है।  दो हफ्तों के भीतर ही संघ के 2  अधिवक्ताओं के असामयिक निधन का उल्लेख भी पत्र में किया गया है। पत्र में यह भी कहा गया कि प्रतिदिन लगभग 5 से 6 हजार लोग आते है, जिसमें न्यायाधीशगण ,अधिवक्तागण, पुलिस औऱ कर्मचारीगण व अन्य शामिल हैं। वहीं छत्तीसगढ़ में कम्युनिटी स्प्रेड की स्थिति भी बनी हुई हैं। इसके अलावा न्यायालय में आने वाले पक्षकार, अधिवक्ता,पुलिस, कर्मचारी  व अन्य  अनावश्यक भीड़ से बचाने हेतु केवल अत्यावश्यक प्रकृति के मामलों के प्रकरण की सुनवाई कर शेष मामलों में जनरल पेशी तारीख  देने तथा इस संबंध में उचित दिशा निर्देश जारी करने का निवेदन किया।   वहीं दूसरी तरफ न्यायलयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष युधेश्वर सिंह ठाकुर ने भी हाईकोर्ट को  इस संबंध में पत्र लिखा है, जिसमें स्थिति नियंत्रण में आने तक पूर्व की भांति नियमित न्यायालयीन कार्य स्थगित करने व रोटेशन में एक दिन के अंतराल में 50 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति में न्यायालय लगाए जाने का अनुरोध किया गया है।

वहीं दूसरी तरफ न्यायालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष युधेश्वर सिंह ठाकुर ने भी हाईकोर्ट को  इस संबंध में पत्र लिखा है, जिसमें स्थिति नियंत्रण में आने तक पूर्व की भांति नियमित न्यायालयीन कार्य स्थगित करने व रोटेशन में एक दिन के अंतराल में 50 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति में न्यायालय लगाए जाने का अनुरोध किया गया है।

नीचे देखे पूरा पत्र 👇


              पत्र अधिवक्ता संघ रायपुर

पत्र – छत्तीसगढ़ न्यायालयीन कर्मचारी संघ

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