सीबीआई ने दस लाख रु. की घूसखोरी के मामले में विस्फोटक विभाग, पेसो(PESO) के दो उप-मुख्य विस्फोटक नियंत्रक, निजी कंपनी के निदेशक, एक मध्यस्थ व्यक्ति सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
सीबीआई ने एक मध्यस्थ व्यक्ति, रिश्वत देने वाले एवं पेट्रोलियम तथा विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ), नागपुर के अज्ञात कर्मियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया। यह आरोप है कि मध्यस्थ व्यक्ति ने रिश्वत देने वाले (चित्तौड़गढ़, राजस्थान स्थित एक निजी कंपनी के निदेशक) का काम भारी अवैध रिश्वत के एवज में करवाने हेतु पेसो के कर्मियों/अधिकारियों के साथ षड़यंत्र रचा। आगे यह भी आरोप था कि निजी कंपनी के उक्त निदेशक ने नागपुर में एक मध्यस्थ के माध्यम से पेसो(PESO) के कर्मियों को 10 लाख रु की रिश्वत जानी है।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं रिश्वत देने वाले तथा मध्यस्थ व्यक्ति को रिश्वत राशि के लेन देन के दौरान पकड़ लिया। इसमें दो उप-मुख्य विस्फोटक नियंत्रकों की भूमिका सामने आई और वे भी पकड़े गए।
नागपुर में मध्यस्थ व्यक्ति के आवास पर की गई तलाशी के दौरान, 1.19 करोड़ रु. (लगभग) का नकद, स्वर्ण धातु के बिस्किट, चांदी धातु की डाई(Dye) एवं आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। एक उप-मुख्य विस्फोटक नियंत्रक के परिसर में तलाशी के दौरान 88 लाख रु. (लगभग) की नकदी एवं आपत्तिजनक दस्तावेज़ बरामद किए गए। अन्य उप-मुख्य विस्फोटक नियंत्रक के परिसरों से भी कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए।
सभी गिरफ्तार आरोपियों को सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश, नागपुर (महाराष्ट्र) की अदालत, नागपुर में पेश किया गया एवं उन्हें दिनाँक 06.01.2024 तक पुलिस हिरासत में भेजा गया।