जेल में कैदी की पिटाई के मामले में जस्टिस N. S. शेखावत ने कहा कि कैदी की शिकायत पर होशियारपुर के जज अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहे, ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए मैं प्रशासनिक स्तर पर मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिख चुका हूं। जो जैसा करेगा उसे उसका अंजाम भुगतना ही होगा, चाहे वह कोई भी हो।मामला होशियारपुर जेल में एक कैदी की पिटाई से जुड़ा है, जिसको लेकर कैदी ने वकील अमित अग्निहोत्री के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। याचिका में बताया गया कि पिटाई के बाद सेशन जज को शिकायत दी थी लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। हाईकोर्ट ने इस मामले में जांच रिपोर्ट मांगी तो DGI सुखमिंदर सिंह मान ने बताया कि कैदी के साथ पिटाई का CCTV फुटेज में जिक्र नहीं है। इसके बाद याची के वकील ने CCTV फुटेज कोर्ट में पेश की थी जिसमें जेल अधिकारी कैदी को पीटते नजर आ रहे थे।पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने इस पर कड़ा रवैया अपनाते हुए ADGP जेल को तलब किया था। हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार गुरुवार को पंजाब के ADGP जेल पेश हुए। ADGP ने बताया कि कैदी की पिटाई को लेकर सरकार गंभीर है और जेल अधीक्षक को निलंबित किया जा चुका है। इसके साथ ही इस मामले में गलत रिपोर्ट पेश करने वालेDGI के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई शुरू की जा चुकी है। इस मामले की जांच अब रोपड़ के DGI को सौंपी गई है। कैदी को अमृतसर की जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।कोर्ट ने कहा कि हमें अधिकारियों को तलब करना अच्छा नहीं लगता लेकिन पुलिस का लापरवाह रवैया इसके लिए हमें मजबूर कर देता है। हाईकोर्ट ने कहा कि अब मामले में जांच के लिए अलग अफसर तय कर दिया गया है और हमें उम्मीद है कि जांच जल्द पूरी होगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस जानकारी को आधार बनाते हुए हाईकोर्ट ने याचिका का निपटारा कर दिया।