फिनटेक कंपनी भारतपे ने अशनीर ग्रोवर पर नया केस ठोक दिया है। दिल्ली हाई कोर्ट में दाखिल इस केस में भारतपे के को-फाउंडर ग्रोवर पर कंपनी की गोपनीय जानकारियां चुराने का आरोप लगाया है। इसमें उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी। अशनीर ग्रोवर की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। हाल ही में वह न्यूयॉर्क जा रहे थे। मगर, उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर रोककर घर वापस भेज दिया गया था। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने उनसे जांच में शामिल होने के लिए कहा था।
पिछले हफ्ते X पर पोस्ट डिलीट की थी ग्रोवर ने
पिछले हफ्ते अशनीर ग्रोवर ने भारतपे के सीरीज-ई फंडिंग राउंड के दौरान इक्विटी आवंटन और सेकेंडरी कंपोनेंट्स से जुड़ी जानकारियां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट की थीं। इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व टाइगर ग्लोबल ने किया था और कंपनी की वैल्यू 2.86 अरब डॉलर लगाई थी। हालांकि, बाद में उन्होंने यह पोस्ट डिलीट कर दी थी। शुक्रवार को दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान भारतपे के वकील ने ग्रोवर पर गोपनीय जानकारियां लीक करने का आरोप लगाया था।
ग्रोवर के वकील ने मांगी माफी
कंपनी के वकील ने आरोप लगाया है कि अशनीर ग्रोवर भारतपे से इस्तीफा दे चुके हैं। फिर भी गोपनीय जानकारियों को अपने पास रखे हुए हैं। यह एम्प्लॉयमेंट एग्रीमेंट का साफ उल्लंघन है। ग्रोवर के वकील ने इस पर कोर्ट के समक्ष माफी भी मांगी। उन्होंने तर्क दिया कि ग्रोवर के खिलाफ कई केस चल रहे हैं। इनमें अपने बचाव के लिए उन्हें इन जानकारियों की जरूरत है। इस मामले पर आगे की सुनवाई कोर्ट अगली तारीख पर करेगा।
81 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का लगा था आरोप
इससे पहले भारतपे ने ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन के खिलाफ 81 करोड़ रुपये के फ्रॉड का आरोप लगाया था। इस मामले में ईओडब्ल्यू ने ग्रोवर और माधुरी जैन के अलावा उनके परिवार के कुछ सदस्यों के खिलाफ मई में केस दर्ज किया था। भारतपे का आरोप है कि ग्रोवर और उनके परिजनों ने मिलकर बोगस पेमेंट के जरिए कंपनी को करीब 81.30 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। ईओडब्ल्यू ने अमरीका जाने से रोकने के बाद 21 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके बाद ग्रोवर ने कहा था कि वह जांच में ईओडब्ल्यू का सहयोग करते रहेंगे।