भारत के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ आज मुंबई के बांद्रा में बॉम्बे हाईकोर्ट के नए परिसर की आधारशिला रखेंगे। इसके अंदर विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा होगा, जिसमें डिजाइन किए गए विशाल अदालत कक्ष, न्यायाधीशों और रजिस्ट्री कर्मियों के लिए कक्ष, एक मध्यस्थता केंद्रे, एक सभागार होगा। इसके साथ ही पुस्तकालय, कर्मचारी, वकीलों और वादियों के लिए कई सुविधाएं शामिल होंगी।
महाराष्ट्र सरकार की ओर से इस संबंध में रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। जिसमें कहा गया कि 30.16 एकड़ भूमि का कब्जा चरणबद्ध तरीके से हाईकोर्ट को सौंप दिया जाएगा। नए परिसर के लिए 4.39 एकड़ की पहली किश्त पहले ही दी जा चुकी है।
बॉम्बे हाईकोर्ट की यह योजना हितधारकों को बैंकिंग और दूरसंचार, चिकित्सा सुविधाओं, डिजिटलीकरण केंद्र, क्रेच, कैफेटेरिया, प्रतीक्षा क्षेत्र, बहुमंजिला कार पार्क, संग्रहालय और वकीलों के कक्षों जैसी सहायक सेवाओं तक पहुंच प्रदान करने में सक्षम बनाती है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए नए परिसर को डिजाइन किया गया है।
जिस भूमि पर नया परिसर बनेगा, वह द्वीप शहर के साथ-साथ महानगर के उपनगरों, मुख्य पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्ग और देश के प्रमुख वाणिज्यिक केंद्रों में से एक बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के निकट स्थित है। 16 अगस्त, 1862 को स्थापित बॉम्बे हाईकोर्ट वर्तमान में फ्लोरा फाउंटेन (हुतात्मा चौक) के पास एक शानदार इमारत में स्थित है, जिस पर अदालत ने नवंबर 1878 से कब्जा कर रखा है।
बॉम्बे हाईकोर्ट मुंबई में मुख्य सीट नागपुर और औरंगाबाद के साथ-साथ गोवा में बेंच के माध्यम से महाराष्ट्र पर अधिकार क्षेत्र का प्रयोग करता है। यह दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव के केंद्र शासित प्रदेशों पर भी अधिकार क्षेत्र रखता है। हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 94 है, जबकि वर्तमान न्यायाधीशों की संख्या 66 है।