गुजरात: अतिरिक्त जिला न्यायाधीश R. R. देसाई शुक्रवार को उस समय बाल-बाल बच गईं, जब एक आरोपी ने अदालत कक्ष में एक मामले की सुनवाई के दौरान उन पर पत्थर से हमला कर दिया। नवसारी जिला बार एसोसिएशन ने हमले की निंदा करते हुए जांच की मांग की है।
आरोपी को सुबह साढ़े 11 बजे अदालत में किया गया पेश
मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2019 में नवसारी के काबिलपुर में मारपीट व हत्या के प्रयास के अपराध के आरोपित धर्मेश राठौड़ उर्फ कालिया को शुक्रवार (30 दिसंबर) को जिला एवं सत्र न्यायालय में अतिरिक्त तृतीय जिला सत्र न्यायाधीश R. R. देसाई की अदालत में सुबह साढ़े 11 बजे पेश किया गया। इस दौरान आरोपी ने अपनी जेब से एक पत्थर निकाला और जज पर फेंक दिया।
पुलिस की लापरवाही आई सामने
हालांकि, पत्थर जज के पीछे की दीवार पर जा लगा, जिससे जज को चोट नहीं आई। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। आरोपी को न्यायालय में पेश करने से पहले उसकी तलाशी नहीं ली गई थी
पहले भी जज पर कर चुका है हमला
बता दें, आरोपी धर्मेश राठौर पहले भी जज पर हमला कर चुका है। धर्मेश राठौड़ इससे पहले निचली अदालत के जज M.A शेख पर एक चप्पल फेंकी थी। हालांकि, उस वक्त भी आरोपी के हमले में जज बच गए थे।
पुलिस ने आरोपी को पकड़ा
वकील प्रतापसिंह महिदा ने स्थानीय मीडिया को बताया कि यह घटना अतिरिक्त जिला न्यायाधीश R. R. देसाई की अदालत में हुई। आरोपी धर्मेश राठौड़ ने महिला जज पर पत्थर फेंका, जो बाल-बाल बच गईं। पुलिस ने तुरंत आरोपी को पकड़ लिया और उसे अदालत कक्ष से बाहर ले गई। आरोपी जेल परिसर से पत्थर लेकर गया था।
पुलिस ने नहीं उठाया एहतियाती कदम
महिदा ने कहा कि, इस आरोपी का जजों पर हमला करने का इतिहास रहा है। फिर भी जापता पुलिस द्वारा कोई एहतियाती कदम नहीं उठाया गया। बीते दिनों आरोपी ने जज पर जूता फेंका था। बार एसोसिएशन पुलिस की भूमिका की जांच की मांग कर रहा है कि, क्या उनके पास कोई पूर्व सूचना थी और आरोपी को अदालत में पेश करने से पहले उसकी शारीरिक तलाशी क्यों नहीं ली गई।