देश के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने परंपरा के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से आयोजित विदाई समारोह में हिस्सा तो लिया लेकिन इस दौरान भी वो शांत रहे। सुप्रीम कोर्ट लॉन में आयोजित समारोह में ना कोई मंच बनाया गया और ना ही कोई भाषण बाजी हुई। हालांकि इस दौरान मुख्य न्यायाधीश गोगोई का एक नोट पढ़ा गया जिसमें कहा गया था, ‘भले ही मैं शारीरिक रूप से यहां मौजूद ना रहूं लेकिन मेरा एक हिस्सा हमेशा सुप्रीम कोर्ट में रहेगा।’ जस्टिस गोगोई ने अपने साथी जजों और सभी सहयोगी अधिकारियों के साथ SCBA का भी धन्यवाद किया। सभी के लिए शुभकामनाएं भी दीं। इसके बाद CJI गोगोई ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सभी हाईकोर्ट के 650 जजों और निचली अदालतों के 16500 न्यायिक अधिकारियों को संबोधित किया। दोपहर के समय वो महात्मा गांधी की समाधि पर राजघाट भी गए जिस तरह वो CJI बनने के बाद गए थे। दरअसल सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन की तरफ से जज के रिटायर होने पर विदाई समारोह आयोजित किया जाता है। इससे पहले जस्टिस जे चेलामेश्वर ने तो समारोह में भाग लेने से इनकार कर दिया था जबकि जस्टिस अभय मनोहर सपरे ने भी किसी किस्म का समारोह आयोजित ना करने की इच्छा जताई थी। तब वो बार रूम में ही वकीलों से मिले थे।