बिलासपुर। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में नवनियुक्त जज एन के व्यास और नरेश कुमार चंद्रवंशी का ओवेशन सोमवार 22 मार्च को कोर्ट रूम वन में प्रस्तावित है.चीफ जस्टिस इन्हें पद की शपथ दिलाएंगे.हाईकोर्ट में जजों की कुल संख्या अब 14 से बढ़कर 16 हो जाएगी सुप्रीम कोर्ट के कालेजियम से हाई कोर्ट में दो नए जजों की नियुक्ति करने के बाद केंद्र सरकार ने भी अधिसूचना जारी कर दी है। उम्मीद है कि शीघ्र ही विधि विधायी विभाग के प्रमुख सचिव नरेश कुमार चंद्रवंशी व सीनियर एडवोकेट नरेंद्र कुमार व्यास को नए जज के रूप में शपथ दिलाई जाएगी।
5 अक्टूबर 1970 को रायपुर में जन्मे श्री व्यास पूर्व में केंद्र सरकार के एडिशनल सोलिसिटर जनरल रह चुके हैं. रायपुर के प्रमुख सिविल लायर स्व हरी नारायण व्यास के पुत्र नरेंद्र ने दुर्गा कालेज रायपुर से एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1996 से रायपुर सेशन कोर्ट में वकालत शुरू की. इसके बाद नवंबर 2000 में हाईकोर्ट बनने पर इन्होंने यहां आकर वकालत शुरू कर दी. वे श्रम मामलों के वे विशेष जानकार हैं. दूसरी ओर 6 नवंबर 1965 को जन्मे नरेश कुमार चन्द्रवंशी विधि विभाग के प्रमुख सचिव हैं. बेमेतरा के रहने वाले चन्द्रवंशी ने बिलासपुर से 1990 में सिविल जज के तौर पर अपना कॅरियर शुरू किया था इसके बाद वे अंबिकापुर के डीजे और राज्यपाल के विधिक – सलाहकार रह चुके हैं. 20 जनवरी 2020 से वे प्रमुख सचिव विधि के रूप में कार्यरत थे.
चीफ जस्टिस पीआर रामचंद्र मेनन दोनों जजों को शपथ दिलाएंगे। इससे पहले चार फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के कालेजियम ने हाई कोर्ट के दो नए जज की नियुक्ति के लिए केंद्र सरकार को अनुमोदन किया था। इसके बाद केंद्र सरकार से अधिसूचना जारी होने का इंतजार किया जा रहा था। इस प्रक्रिया के पूरी होने के बाद हाई कोर्ट के न्यायिक अधिकारी वारंट लेने दिल्ली जाएंगे। इसके साथ ही यहां नए जजों को शपथ दिलाई जाएगी। प्रक्रिया के तहत उन्हें दो साल की परीविक्षा अवधि में नियुक्ति दी गई है।
राज्य निर्माण के साथ ही छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट की स्थापना की गई है। स्थापना काल के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने तीन जजों की नियुक्ति की थी। जस्टिस आरएस गर्ग को एक्टिंग चीफ जस्टिस के रूप में नामित किया गया था। स्थापना के साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यहां 22 जजों का स्ट्रेंथ तय किया था। हाई कोर्ट में अब तक स्ट्रेंथ के अनुसार सभी जजों की नियुक्ति नहीं की गई है। दो नए जज के साथ ही हाई कोर्ट में जजों की संख्या 14 से बढ़कर 16 हो गई है।