के खिलाफ कोई ठोस मामला नहीं पाया गया। इसके बाद, उनके खिलाफ मामला हटा दिया गया।
सरकारी अधिकारियों ने हाईकोर्ट में दायर की थी याचिका
CJM गुप्ता ने एक असफल उपभोक्ता शिकायत दर्ज की। वह विद्युत लोकपाल से भी कोई समाधान प्राप्त करने में विफल रहे। इसके बाद उन्होंने 2023 में बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ अपनी व्यक्तिगत क्षमता में पहली सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की। वहीं सरकारी अधिकारियों ने उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर कर इस मामले को रद्द करने का आग्रह किया।