दिल्ली शराब घोटाला केस में मनीष सिसोदिया के लिए आज का दिन काफी अहम है। दिल्ली हाईकोर्ट आबकारी नीति घोटाला केस में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिकाओं पर आज यानी मंगलवार को अपना फैसला सुनाएगा। मनीष सिसोदिया के खिलाफ दिल्ली शराब घोटाला केस में जहां ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है, जबकि CBI ने भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है। मनीष सिसोदिया दोनों मामले में गिरफ्तार हैं और न्यायिक हिरासत के तहत तिहाड़ जेल में बंद हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की गई वाद सूची के अनुसार, जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा की बेंच मंगलवार (21 मई) को ED और CBI मामले में दोनों जमानत याचिकाओं पर आदेश सुना सकती हैं। माना जा रहा है कि जमानत पर आज शाम 5 बजे फैसला आएगा। हाईकोर्ट ने 14 मई को आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया के अलावा CBI और ED की ओर से दलीलें सुनने के बाद याचिकाओं पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था।
ED की क्या दलील?
दिल्ली शराब घोटाला केस में अदालत में बहस के दौरान ED यानी प्रवर्तन निदेशालय ने दलील दी थी कि वह दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में अगली चार्डशीट यानी आरोप पत्र में आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाएगी। 17 मई को ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया और आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाया।
मनीष सिसोदिया ने क्या दी थी दलील?
मनीष सिसोदिया के लिए जमानत का अनुरोध करते हुए उनके वकील ने कहा था कि ED और CBI अभी भी मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार मामले में लोगों को गिरफ्तार कर रहे हैं और मुकदमे के जल्द समापन की कोई संभावना नहीं है। ED और CBI दोनों ने इस आधार पर सिसोदिया की जमानत याचिका का विरोध किया है कि मामले में आरोप तय करने की प्रक्रिया में देरी करने के लिए आरोपियों द्वारा ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
क्या है दिल्ली शराब घोटाला
दिल्ली शराब घोटाला मामला 2021-22 के लिए दिल्ली सरकार की शराब नीति को तैयार करने और लागू करने में हुए कथित भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित है, जिसे बाद में रद्द कर दिया गया था। दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शराब नीति को बनाने और उसे लागू करने में हुई कथित अनियमितताओं की CBI जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के तह मामला दर्ज किया था। इसी मामले में बाद में ED की एफआईआर को आधार बनाते हुए CBI ने भी केस दर्ज किया था। इस मामले में मनीष सिसोदिया के अलावा, संजय सिंह और अरविंद केजरीवाल भी गिरफ्तार हो चुके हैं।