भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी. वाई. चंद्रचूड़ एक बार फिर खबरों में हैं। उन्होंने अपने नाम एक ऐसा रिकॉर्ड दर्ज किया है जो अब तक किसी भी सीजेआई ने नहीं किया है। हालांकि इस बार वजह उनकी ओर से सुनाया गया कोई फैसला नहीं, बल्कि उनकी एक यात्रा है। दरअसल, डी. वाई. चंद्रचूड़ शुक्रवार (3 मई 2024) को तीन-दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर नेपाल पहुंचे।
यह भारत के किसी भी मौजूदा मुख्य न्यायाधीश की पहली नेपाल यात्रा है। अपनी यात्रा के दौरान वह अपने नेपाली समकक्ष से मुलाकात करेंगे और बाल अधिकार पर एक सेमिनार को भी संबोधित करेंगे। नेपाल के प्रधान न्यायाधीश विश्वंभर प्रसाद श्रेष्ठ के निमंत्रण पर यहां आए न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने पर नेपाल सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश डॉ। आनंद मोहन भट्टाराई ने उनका स्वागत किया।
सीजेआई आज सेमिनार को करेंगे संबोधित
नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के प्रवक्ता वेद प्रसाद उप्रेती के अनुसार, यह इतिहास में पहली बार है कि भारत के किसी मौजूदा प्रधान न्यायाधीश ने नेपाल की आधिकारिक यात्रा की है। चंद्रचूड़ शनिवार (4 मई 2024) को काठमांडू में केंद्रीय बाल न्याय समिति की ओर से बाल अधिकारों पर आयोजित होने वाली राष्ट्रीय सेमिनार में मुख्य वक्ता होंगे। इस दौरान वह कई लोगों से भी मुलाकात करेंगे।
मैत्रीपूर्ण बैठक और रात्रिभोज का भी होगा आयोजन
उप्रेती के अनुसार, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ उसी शाम नेपाल के प्रधान न्यायाधीश के साथ एक मैत्रीपूर्ण बैठक करेंगे। उन्होंने बताया कि न्यायमूर्ति श्रेष्ठ अपने भारतीय समकक्ष के सम्मान में रात्रिभोज का भी आयोजन करेंगे। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की यह आधिकारिक यात्रा रविवार को समाप्त होगी।
पिछले साल भारत आए थे नेपाल के दो न्यायाधीश
बता दें कि नवंबर 2023 में नेपाल के दो न्यायाधीश सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अदालती कार्यवाही देखने भारत आए थे। इस दौरान चंद्रचूड़ ने कहा था कि मैं हमारी पीठ में दो बहुत प्रतिष्ठित न्यायाधीशों का स्वागत करता हूं। इसी दौरान सीजाआई ने यह भी घोषणा की थी कि वे जल्द ही भारत-नेपाल विनिमय कार्यक्रम आयोजित करने वाले हैं।