राजस्थान हाईकोर्ट के जज राजेंद्र प्रकाश सोनी का हृदय गति रुक जाने के कारण निधन हो गया। दिवंगत जस्टिस की शव यात्रा शनिवार 12:15 बजे उनके घर से रवाना होकर कागा शमशान घाट पहुंचेगी। जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसमें न्यायाधीशों के अलावा न्यायिक अधिकारियों सहित कई वकील शामिल होंगे। शुक्रवार देर शाम अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें जोधपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टर्स काफी कोशिशों के बाद भी न्यायधीश राजेंद्र प्रकाश सोनी को बचा नही पाए। राजेंद्र प्रकाश सोनी ने रात करीब 2।15 बजे आखिरी सांस ली। शक्रवार को सीने में दर्द और घबराहट होने के बाद उन्हें तत्काल निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां सूचना मिलते ही राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति दिनेश मेहता और जस्टिस फरजंद अली भी पहुंच गए थे। उसके बाद अस्पताल में देर रात तक न्यायाधीशों से लेकर न्यायिक अधिकारियों के अलावा वकीलों के पहुंचने का सिलसिला जारी था।
2023 में बने थे हाईकोर्ट जस्टिस
जस्टिस राजेंद्र प्रकाश सोनी मूल रूप से जैतराण के रहने वाले थे। उनके पिता रामचंद्र सोनी व्यवसायी हैं और मां परमेश्वरी देवी गृहणी हैं। जस्टिस सोनी ने जयनारायण व्याय विश्विद्यालय जोधपुर से स्नातक उसके बाद एलएलबी की डिग्री ली थी। राजस्थान न्यायिक सेवा में शामिल होने के बाद, उन्होंने कई कोर्ट में सिविल न्यायाधीश और बाद में वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश के तौर पर काम किया। इसके बाद अजमेर में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के रूप में काम किया।
कई जगहों पर दी सेवाएं
साल 2010 में नियमित जिला न्यायाधीश संवर्ग में पदोन्नति के बाद वे भरतपुर, जयपुर शहर, जोधपुर, नाथद्वारा और उदयपुर में अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश के तौर पर अपनी सेवाएं देते रहे। 16 जनवरी, साल 2023 को राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। जिला और सत्र न्यायाधीश के रूप में नामित और उदयपुर और राजसमंद में मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण के पीठासीन अधिकारी के रूप में सेवाएं दीं। इसके बाद जोधपुर में राजस्थान उच्च न्यायालय की मुख्य पीठ में रजिस्ट्रार (प्रशासन) के रूप में भी पदस्थ रहे। पदोन्नति से पहले डूंगरपुर, सिरोही, जालौर, उदयपुर और कोटा के प्रधान जिला और सत्र न्यायाधीश रहे।