नई दिल्ली। निर्भया मामले में चारों दोषियों में से एक मुकेश सिंह की याचिका पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर सकती है। मुकेश ने यह याचिका 6 मार्च को दायर की थी, जिस पर कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया था, जिसके बाद 16 मार्च की तारीख सुनवाई के लिए मुकर्रर की थी। यह याचिका मुकेश सिंह के भाई सुरेश सिंह की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। यह याचिका सुरेश की ओर से वकील एमएल शर्मा ने याचिका दायर की है।
वकील एमएल शर्मा का आरोप है कि मुकेश के लिए निचली अदालत द्वारा नियुक्त वकील वृंदा ग्रोवर ने उस पर दबाव डाल कर क्यूरेटिव याचिका दाखिल करवाई, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज भी कर दिया था। इस याचिका में मुकेश सिंह के वकील की ओर से दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को भी पार्टी बनाया गया है।
मुकेश के वकील एमएल शर्मा की मानें तो सुधारात्मक याचिका दायर करने की समय सीमा तीन साल थी, जिसकी जानकारी मुकेश सिंह को नहीं दी गई। उनका कहना है कि पूर्व वकील ने धोखे से मुकेश से कागजात पर साइन करवाए और सुधारात्मक याचिका दाखिल कर दी, जो खारिज भी हो गई।
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट नें चारों दोषियों को फांसी देने के लिए डेथ वारंट जारी किया है। कोर्ट द्वारा जारी चौथे डेथ वारंट के अनुसार 20 मार्च की सुबह 5:30 बजे चारों दोषियों को एक साथ फांसी की सजा दी जानी है।