पुणे।  पुणे में एक स्थानीय अदालत के न्यायाधीश को रिश्वत के एक मामले में एसीबी ने गिरफ्तार किया है। एसीबी के ही एक अधिकारी ने बताया कि , मामले में एक आरोपी शुभावरी गायकवाड़ ने, वडगांव मावल अदालत में न्यायाधीश को अपने पक्ष में कर, शिकायतकर्ता के खिलाफ मामला रफा-दफा करवाने के लिए ढाई लाख रुपये की मांग की थी।  अधिकारी ने बताया कि, शिकायतकर्ता डेयरी कारोबारी है। जिसने एसीबी से संपर्क किया और इस संबंध में मामला दर्ज कराया। इसके बाद गायकवाड़ को 13 जनवरी को 50,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।

जांच के दौरान निलंबित पुलिस इंस्पेक्टर भानुदास जाधव समेत दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया। जांच के दौरान मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) अर्चन जाटकर की भूमिका भी सामने आयी। कोर्ट ने जाटकर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर पांच अप्रैल तक एसीबी की हिरासत में भेज दिया। 

‘‘न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) अर्चन जाटकर ने अपनी अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद यहां विशेष भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में समर्पण कर दिया।’’

एसीबी सीमा मेहेंदले 

 (सहायक पुलिस आयुक्त)

 

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