दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और कई अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। इन पर कथित तौर पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के नियमों का उल्लंघन करते हुए कोर्ट की कार्यवाही को अवैध तरीके से रिकॉर्ड करने का आरोप लगाया गया है। कथित तौर पर रिकॉर्डिंग को सोशल मीडिया पर शेयर किया गया।
‘खतरे में पड़ा ट्रायल कोर्ट के जज का जीवन’
दिल्ली के वकील वैभव सिंह ने दायर जनहित याचिका में कोर्ट की कार्यवाही की कथित रिकॉर्डिंग और प्रसार में शामिल लोगों के खिलाफ जांच करने एवं FIR दर्ज करने के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन की अपील की है। याचिका में कहा गया है कि इन कार्यों से ट्रायल कोर्ट के जज का जीवन खतरे में पड़ गया है।
‘जानबूझकर कोर्ट की कार्यवाही का ऑडियो और वीडियो किया रिकॉर्ड’
वैभव सिंह की याचिका में सीएम की पत्नी के अलावा अक्षय मल्होत्रा, प्रमिला गुप्ता, विनीता जैन और डॉ. अरुणेश कुमार यादव समेत कई व्यक्तियों के नाम भी शामिल हैं। याचिका में कहा गया है, “आम आदमी पार्टी के कई सदस्यों ने अन्य विपक्षी पार्टी के सदस्यों के साथ मिलकर जानबूझकर कोर्ट की कार्यवाही का ऑडियो और वीडियो रिकॉर्ड किया। जिसका उद्देश्य जानबूझकर कोर्ट की छवि खराब करने और उस पर दबाव डालना था।”
जनहित याचिका में आरोप लगाया गया है कि सीएम केजरीवाल और उनकी पार्टी के सदस्यों ने अदालती कार्यवाही को रिकॉर्ड करने और उसे शेयर करने के लिए एक पूर्व नियोजित साजिश रची। याचिका में जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और उन्हें दंडित करने के लिए गहन जांच की मांग की गई है।