उत्तराखंड। रुद्रपुर की रहने वाली ऊषा श्रीवास्तव ने। 71 वर्ष की उम्र में भी ऑल इंडिया बार परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर ली है। उनके पिता कौशल श्रीवास्तव स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे।
श्रीमती ऊषा श्रीवास्तव ने बताया की उनकी छोटी बेटी ने वर्ष 2013 में लॉ की पढ़ाई शुरू की तो उन्होंने भी लॉ करने की ठान ली। तीन साल पहले पति की मौत के बाद उन्होंने खेतों में ही अपना समय बिताना शुरू कर दिया। फिर ऑल इंडिया बार परीक्षा का फॉर्म भरा। उन्होंने यह परीक्षा पहली बार में ही पास कर ली।
इसका परिणाम पांच अप्रैल को आया था। उनकी इस उपलब्धि पर उनकी चारों बेटियां खुश हैं। वह कहती हैं कि दिनभर खेतों में काम करने के बाद वह रात को दो घंटे पढ़ाई करती थीं। उनके ससुर काशी विद्यापीठ में लालबहादुर शास्त्री के जूनियर थे। शास्त्री की उपाधि लेने के बाद उन्होंने श्याम प्रसाद मुखर्जी, जय प्रकाश नारायण के साथ काम किया और जेपी आंदोलन में भी शामिल रहे।