पतंजलि विज्ञापन मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इस दौरान योग गुरु रामदेव (Baba Ramdev), पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) के प्रबंध निदेशक (एमडी) आचार्य बालकृष्ण पेशी के लिए अदालत पहुंच गए हैं। पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurveda) अपनी दवाओं के लिए ‘भ्रामक दावों’ को लेकर फंसा हुआ है। पतंजलि अवमानना ​​मामले पर सुनवाई से पहले, एलोपैथिक दवाओं को लेकर पंतजलि आयुर्वेद के बयानों पर केंद्र (आयुष मंत्रालय) ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है। सरकार ने अपने हलफनामे के माध्यम से एक एकीकृत स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की वकालत की है। इस हलफनामे में इस बात पर जोर दिया गया कि आयुष या एलोपैथिक दवाओं का लाभ लेना लोगों की अपनी पसंद है।

केंद्र (आयुष मंत्रालय) ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर एलोपैथी दवाओं की प्रभावशीलता को कम करने या उस पर प्रश्न उठाने के लिए पतंजलि की आलोचना की। केंद्र ने कहा कि आयुष प्रणाली या एलोपैथिक चिकित्सा का लाभ लेना व्यक्ति की अपनी पसंद है।

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