वकील ने 50 की उम्र में चौथी शादी करने के लिए फिल्मी कहानी गढ़ डाली। प्रेमिका के स्वजन विरोध कर रहे थे तो उन्हें हत्या में फंसाने का षडयंत्र रचा। एक युवक ढूंढा और उसका काल्पनिक नाम रखा। प्रेमिका से उसकी फर्जी शादी करा दी। इसी बीच रेलवे ट्रैक पर अज्ञात शव मिला जिसकी पहचान नहीं हो रही थी।
वकील ने उसे प्रेमिका के पति का बता दिया। शव को अपने बेटे का बताने वाला फर्जी पिता भी ले आया और उसका अंतिम संस्कार करा दिया। उसने पुलिस को तो गुमराह किया ही, इलाहाबाद हाई कोर्ट तक में फर्जी कागजात लगवाए। पोल तब खुली जब शव के असली दावेदार सामने आए। पुलिस चौकन्नी हुई और जांच शुरू की तो पूरा खेल पता चला। मास्टरमाइंड वकील हेतराम मित्तल, उसकी प्रेमिका मुस्कान कोष्ठा और षडयंत्र में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है।
फ्रेंड्स कालोनी थाना क्षेत्र में दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रैक पर दो जनवरी को अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। उसकी पहचान नहीं हो रही थी। चार जनवरी को दीनदयाल और अभी कुमार निवासी आवास विकास कालोनी थाना सिविल लाइंस और एक अन्य व्यक्ति ने दावा किया कि शव दीनदयाल के 26 वर्षीय पुत्र अतुल कुमार का है। वे शव ले भी गए। सात जनवरी को औरैया के तेज का पुरवा के धर्मवीर राजपूत थाने पहुंचे और बताया कि रेलवे ट्रैक पर मिला शव उसके भाई सत्यवीर का था। मानसिक मंदित था। जो लोग पहले शव ले गए थे पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की। जांच में पता चला कि सभी नाम और पते फर्जी थे।
SSP संजय कुमार वर्मा ने बताया कि जांच में इटावा के ही रामलीला रोड में रहने वाले वकील हेतराम मित्तल का नाम सामने आया। रविवार को वह पकड़ में आ गया। हेतराम के बताने पर अभी कुमार बने मो. फारुख, दीनदयाल बने मो. तसलीम और अतुल कुमार बने मो. फुरकान के साथ मुस्कान कोष्ठा को गिरफ्तार किया गया। हेतराम की योजना थी कि मुस्कान के पिता नंदकिशोर व मां ज्योत्सना के विरुद्ध अतुल की हत्या का मुकदमा दर्ज कराकर उन्हें जेल भिजवा देगा और फिर शादी कर लेगा।
हेतराम ने पुलिस बताया कि वह पांच वर्ष पहले मुस्कान कोष्ठा के संपर्क में आया था। अपनी पत्नी से परेशान था और मुस्कान से शादी करना चाहता था। वह उसे भगा ले गया। मुस्कान के पिता ने हेतराम पर बेटी को बहला-फुसला कर ले जाने का मुकदमा दर्ज करा दिया था। मुकदमे से बचने और शादी के लिए उसने कहानी रचनी शुरू की। उसने मुस्कान की शादी अतुल कुमार निवासी 512 आवास विकास कालोनी आजमगढ़ (पता आधार कार्ड में फर्जी रूप से संशोधित किया गया, सही पता 12 आवास विकास इटावा) से करा दी। इसके बाद उसने एक अज्ञात शव ढूंढना शुरू किया। इसकी तलाश में अक्सर वह श्मशान घाट जाया करता था। रेलवे ट्रैक पर एक लावारिस शव मिला तो उसकी योजना सफल होती दिखी। प्रेमिका मुस्कान और शव के फर्जी स्वजन ने अज्ञात शव की पहचान अतुल कुमार के रूप में की।